taish me aakar koee kaam na karo
एक बादशाह का वज़ीर
बहुत बुद्धिमान और
परमार्थी विचारों वाला था
बादशाह उससे पूछा
कि परमात्मा के
साथ मिलाप कैसे
हो सकता है?
वज़ीर कहने लगा
कि परमात्मा स्वयं
कामिल मुर्शिद का
रूप धारण करके
जीव को अपने
साथ मिलाने के
लिए संसार में
आता है ,
बादशाह ने शंका
प्रकट की कि
अल्लाह के पास
फरिश्तों की फौज
है और अन्य
कई साधन है,
उसे स्वयं इनसान
के रूप में
यहाँ आने की
क्या आवश्यकता है?
वज़ीर ने इस
प्रशन के उत्तर
के लिए थोड़े
समय की मांग
की ,वज़ीर ने
बादशाह के छोटे
बेटे की शक्ल
का रबड़ का
एक बच्चा बनवाया
और बच्चे की
आया को समझा
कर बाहर भेज
दिया, जब आया
बादशाह के पास
से गुज़री तो
बादशाह तालाब के किनारे
सैर का रहा
था , थोड़ी देर
के बाद बादशाह
को एक बच्चे
के तालाब में गिरने
की आवाज़ सुनाई
दी, बादशाह को
लगा कि मेरा
बेटा तालाब में
गिर गया है
, उसने एक दम
तालाब में छलांग
लगा दी और
बच्चे को बाहर
निकाल लिया , वज़ीर
ने राजा से
पूछा इतने अहलकार
और नौकर मौजूद
थे, आपने ख़ुद
तालाब में छलाँग
लगाने कि तकलीफ़
क्योँ की?
बादशाह कहने लगा
,
मैं अपने बेटे
को डूबता देखकर
अपने आपको कैसे
रोक सकता था
? वज़ीर ने कहा:
बादशाह सलामत! जब अल्लाह
रूहों को अपनी
जुदाई मै तड़पते
देखता है तो
उससे भी रूहों
का दर्द सहन
नही होता और
वह इंसानी चोला
धारण करके उन्हें
निज-घर वापस
ले जाने के
लिए मृत्युलोक में
आ जाता है
...
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जय गुरुदेव नाम प्रभु
का
तैश मे
आकर कोई काम न
करो
एक बंजारा था .. एक
नगर मे उसने
पड़ाव डाला.. उसको
पैसो की कमी
हो गयी तो
वो नगर सेठ
के पास गया
जो सबको कर्ज
दिया करता था
बंजारे ने सेठ!से कहा
हमे कुछ रूपये
दे दीजिये मै
अपना कुत्ता आप
के यहा रख
दूंगा जब मै
आप की रकम
लौटाउगा .. कुत्ते को बंजारे
ने समझा दिया
कि देख अब से
ये तेरा मालिक
है तु इनके
घर की रखवाली
करना और रहना
.एक रात सेठ
के घर कुछ
चोर घुसे कुत्ता
भौका तो चोरो
ने मारकर भगा
दिया वह
चुप चाप दुर
खड़ा देखता रहा जब
चोर सामान लेकर
चले तो कुत्ता
भी पीछे पीछे
हो लिया रास्ते मे चहल
पहल होने लगा
चोरो ने पास
के तालाब मे माल
छिपा दिया और
भाग गए कुत्ते
ने सब देख
लिया और वापस
आकर दरवाजे पर
आाकर बैठ गया सबेरा
हुआ तो सेठ
के घर मे
हलचल मचा चोरी
हो गयी कुत्ता
बार बार सेठ
की धोती खीचता
और तालाब की
तरफ भागता किसी
ने कहा कुत्ता
कुछ कह रहा
है सेठ कुत्ते
के पीछे चल
दिये कुत्ता तालाब
के किनारे गया
और पानी मे
घुस कर भौकने लगा सेठ को
लगा कुछ है
उसने अपने आदमी
को पानी मे
उतारा और सारा
सामान मिल गया
.. सेठ बहुत खुश
हुआ उसने सोचा
कि जितना मै
बंजारे को पैसा
नही दिया उससे
कही ज्यादा माल
को कुत्ते ने
बचा लिया उसने
एक कागज पर
बंजारे के नाम
सन्देश लिखा तुम्हारा
सब पैसा चूकता
करता हु मै
तुम्हारे कुत्ते को तुम्हारे
पास भेज रहा
हु कुत्ते के
गले मे बांध
दिया .कुत्ते
को प्यार से
समझाकर बोला कि
जा मै तुम्हे
आजाद करता हुं
तु अपने मालिक
के पास जा
..कुत्ता खुशी खुशी
अपने मालिक को
ढूंढ़ता उसके डेरे
पर पहुचा .. बंजारे
ने कुत्ते को
देखा तो एकदम
गुस्से मे आ
गया कि कुत्ते
ने मुझे झूठा
बना दिया सेठ
ने क्या सोचता
होगा उसने गोली
मार दी और
गोली लगते ही
कुत्ता मर गया
बंजारे ने पास
आकर देखा उसके
गले मे एक
कागज लटका था
जब उसने उसको
पढा तो उसके
पॉव तले जमीन
खीसक गयी वह
कुत्ते के उपर
गिरकर रोने लगा
/)
कभी तैस मे
आकर कभी कोई
काम नही करना
चाहिये कुछ सोचना
विचारना चाहिये नही तो
सिवा पछताने के
कुछ हाथ नही
आता
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