kaise logon ko samjhayen
!!जय गुरुदेव!!
(1)बाबा जी का कहना
है शाकाहारी रहना है
(2) क्या खाने से हुए
ख़राब अंडा दारू मांस शराब
(3) क्या खाने से होगी भलाई रोटी सब्जी दूध मलाई
(4) माता-पिता का सेवा
करो उनके आशीर्वाद से फूलों फलो-
भाइयों और बहनों सुनिए
और पढ़िए हमारे !!परम संत बाबा जयगुरुदेव महाराज!! बराबर कहते थे कि जय गुरुदेव नाम
मेरा नहीं प्रभु का नाम है यह जगाया हुआ नाम है लोगों को बता दूं आगे का समय खराब है
दारू मांस दूसरी स्त्री के साथ गलत और चोरी बेईमानी सब बंद कर दो प्रभु का नाम लो इसलिए
कलयुग में काल जाएगा और सतयुग आएगा यह जय गुरुदेव नाम जगाया हुआ नाम है आप मुसीबत के
वक्त नाम लेकर देख सकते हो आपको सहायता मिलेगा लेकिन एक बार शाकाहारी हो कर देखें
! अब बाबा जी के कहने के अनुसार हमारे गुरु
संत उमाकांत महाराज जी बराबर लोगों
को बता रहे हैं! कुछ लोग ऐसे हैं समझते ही नहीं की सोचते हैं !भगवान से बड़ा कौन हैं
अरे भाई मैं मानता हूं भगवान हैं ! लेकिन आप समझो इस बात को की लोक गणेश भगवान को लड्डू
चढ़ाते है !लड्डू किसमें बना होता है! डालडा में डालडा किस से बनता है चर्बी से! किसी
पीपल के पेड़ में देवता का वास होता है दीपक
जलाने और जल चढ़ाने की जगह पर लोग दारू अंडा गांजा चढ़ाते हैं! नीम के पेड़ पर देवी
का वास होता है जल चढ़ाया जाता है लोग बकरे का खून चढ़ाते हैं ! मनुष्य शरीर में भी
देवी देवता का वास होता है पाप के कारण फंसा पड़ा है एक दूसरे के साथ जैसे खराब कर्म करते हैं लोग वैसे ही पाप कर बैठते हैं कर्म पॉप
में फंसे पड़े रहते हैं ! भाई और बहन लोग क्यों पाप करें ईश्वर हर जगह है धरती पर जितने
भी जीव हैं सब जगह मालिक यानी ईश्वर का वास है सिर्फ जगाना होता है जगायेंगे कैसे अच्छे
कर्म से पेड़ को पानी दो मां बाप का सेवा करो अपने से बड़े लोगों का आदर करो देवी देवता
का पूजा करो बोलो हमें सद्बुद्धि दो अपने घर पहुंचे रास्ता बताओ की हमें कोई सतगुरु
मिल जाए हम अपने घर पहुंच जाएं ऐसा ना करो कि बाप को लात घुसा मार कर और मां को 4 गाली
देकर और बड़ों का आदर ना करके गाली देकर बात करो और दूसरे के सामने सफाई दो मां बाप
से बढ़कर कोई है नहीं अरे मां बाप से बढ़कर कोई नहीं है !मानता हूं मैं लेकिन ऊपर वाला सब देख रहा है
कौन कितना सेवा कर रहा है कितना सफाई
दे रहा है वहीं सजा देगा हम कौन होते हैं हम तो गुरु
का आज्ञा का पालन कर रहे है! लोगों को बता रहे हैं हमारे गुरु संत उमाकांत महाराज जी
यही लोगों को बताते है! जीव पर रहम करो दूसरी स्त्री के साथ गलत काम नहीं गरीब को सताओ
मत बड़ों का आदर करो देवी देवता का पूजा करो सद्बुद्धि मांगो हमारे से ऐसा कोई पाप
ना हो! भाई और बहनों कोई गलती हो गया हो हमारे
से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं की हमें माफ कर देना !
जयगुरुदेव
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